रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झाँसी के कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह और निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. एसएस सिंह के मार्गदर्शन में ब्लॉक बड़ागांव, ग्राम रोनिजा में किसानों को कृषि वानिकी प्रणाली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
कृषि वानिकी के वैज्ञानिक डॉ. प्रभात तिवारी ने 12 किसानों को प्रथम चरण के लिए चयनित किया। इन किसानों की भूमि पर औद्योगिक कृषिवानिकी के महत्वपूर्ण वृक्ष जैसे मीलिया और कदम्ब को रोपित किया गया है। ये वृक्ष 3 से 6 वर्षों में तैयार होते हैं और इनकी लकड़ी से प्लाईवुड जैसी उद्योगों के लिए कच्चा माल उपलब्ध हो सकता है, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ सकती है।
किसानों को उन्नत कृषि वानिकी के वृक्ष उपलब्ध कराए जा रहे हैं और वृक्षों के गड्ढे बनाने के लिए यंत्र भी प्रदान किए गए हैं। वैज्ञानिक विधि द्वारा मृदा के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है ताकि कृषिवानिकी को बढ़ावा मिल सके। इस अभियान में डॉ. एम पंण्डा, डॉ. पवन कुमार, डॉ. अनुसुइया और डॉ. गरिमा गुप्ता की टीम का निरंतर सहयोग प्राप्त है।
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