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10 April 2024
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फॉल आर्मी वर्म कीट की पहचान कैसे करे?

फॉल आर्मीवर्म कीट के लार्वा हरे, जैतून, हल्के गुलाबी या भूरे रंगों में दिखाई देती हैं और प्रत्येक उदर खंड में चार काले धब्बों और पीठ के नीचे तीन पैटर्न और उदर खंड में नौ ट्रेपेजाइड साइज में व्यवस्थित होते हैं. सिर पर आंखों के बीच में अंग्रेजी भाषा के उल्टा Y साइज की एक सफेद रंग की संरचना बनी होती है।


मक्का में फॉल आर्मी वर्म का क्या प्रकोप होता है?

यह मुख्यतः मक्के का कीट है। वयस्क कीट एक मजबूत उड़ने वाला पतंगा है, जो मेजबान पौधों की तलाश में 100 किमी से अधिक तक उड़ सकता है। यह मुख्य रूप से मक्के के तने और भुट्टों सहित पत्तियों को खाता है। मुख्य हानिकारक चरण लार्वा और वयस्क हैं। लार्वा जड़ों को छोड़कर मक्के के सभी हरे भागों को काटकर और चबाकर खाता है। औसतन, 1 एकड़ भूमि क्षेत्र में मक्का का उत्पादन लगभग (20-25) क्विंटल होता है। लेकिन फॉल आर्मीवर्म के आक्रमण के कारण इसका उत्पादन (16-18) क्विंटल कम हो जाता है अर्थात उत्पादन (20-30)% कम हो जाता है।


फॉल आर्मी वर्म को कैसे नियंत्रित किया जाता है?

मक्के की फसल में फॉल आर्मी वर्म की समस्या से जूझ रहे किसान एम्प्लिगो (क्लोरेंट्रानिलप्रोल (10%)+ लैंबडासाइहलोथ्रिन (5%) ZC) या कोराज़ेन (क्लोरेंट्रानिलप्रोल 18.5% w/w) का छिड़काव करके इससे छुटकारा पा सकते हैं।


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मक्का विश्व में दूसरी सबसे अधिक खेती की जाने वाली फसल है। चूँकि मक्का अरबों लोगों का पेट भरता है, इसलिए हम अनुमान लगा सकते हैं कि फॉल आर्मीवर्म से होने वाली क्षति लाखों लोगों की मृत्यु का कारण हो सकती है। फॉल आर्मीवर्म अमेरिका का मूल निवासी एक विनाशकारी कीट है, जो वर्तमान में मक्के की फसल में आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा है।