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11 March 2024
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केंचुआ खाद उत्तम जैव उर्वरक है और वनस्पतियों एवं भोजन के कचरे को विघटित करता है। भूमि में पाये जाने वाले नत्रजन, फॉस्फोरस, पोटाश व अन्य सूक्ष्म तत्वों की उपलब्धता बढ़ती है। मिट्टी में नत्रजन 7 गुना, फास्फोरस 11 गुना और पोटाश 14 गुना बढ़ता है।


केंचुआ खाद की विशेषताएं

  • बदबू नहीं होती, और मक्खी, मच्छर भी नहीं बढ़ते।
  • सूक्ष्म पोषित तत्वों के साथ-साथ नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश मिलता है।
  • खाद तैयार करने में 1.5 महीने का समय लगता है।


केंचुएँ के प्रकार

  • एपीजिक केंचुएं, इंडोजिक केंचुएं, डायोजिक केंचुएं।
  • एपीजिक केंचुएं सतह पर रहते हैं, इंडोजिक भूमि में गहरी सुरंग बनाते हैं, और डायोजिक 1-3 मीटर गहराई पर रहते हैं।


वर्मी कम्पोस्ट के लाभ

  • एक्टीनोमाइसिटीज 8 गुणा अधिक होता है और फसल में बीमारियों के प्रति प्रतिरोधी क्षमता बढ़ती है।
  • केंचुएँ मृदा की जलशोषण क्षमता में वृद्धि करते हैं।
  • खेत में ह्युमस वृद्धि के कारण वर्षा की बूंदों का आघात सहने की क्षमता साधारित मृदा की अपेक्षा अधिक होती है।
  • केंचुओ की खाद से खेत में खरपतवार कम होती है और दीमक भी कम होती है।


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