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11 June 2024
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उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के बाजारों में यकुति आम की जबरदस्त मांग है। यह रंग-बिरंगा आम 200 से 300 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जिससे बागबानी करने वाले किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है। यकुति आम के साथ गुलाब खास और हुस्नआरा आम की प्रजाति भी बाजारों में आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।


कैसा होता यकुति आम

बाराबंकी के बड़े गांवों में लगभग दो हजार बीघा जमीन पर आम के बागान हैं। इनमें हर वैरायटी के आम पाए जाते हैं, लेकिन यकुति आम सबसे खास है। यह रंग-बिरंगा और स्वाद में बहुत मीठा होता है, साथ ही इसका रस भी फ्रूटी जूस से पतला होता है। इसकी उच्च मांग के कारण किसानों को अच्छा मुनाफा होता है।


यकुति आम की पहचान

बाराबंकी के किसान महमूद किदवाई ने बताया कि यकुति आम उनके इलाके की पहचान है। यहां कई प्रकार के आम उगाए जाते हैं, लेकिन इन दिनों यकुति, हुस्नआरा, सुरखा, बंबई और गुलाब खास आम बाजारों में छाए हुए हैं।


किसानों को हो रहा अच्छा मुनाफा

अच्छी फसल से बागबानी करने वाले किसान एक सीजन में 15 से 20 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। यकुति आम का पेड़ पांच साल बाद फल देने लगता है और लगातार कई सालों तक अच्छा फल देता है। एक पेड़ की लागत लगभग 10 हजार रुपये होती है, जिससे सालों-साल लाखों का लाभ होता है।


जिला उद्यान अधिकारी की जानकारी

जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में लगभग 12.5 हजार हेक्टेयर जमीन में आम के बाग लगे हैं। बड़े काश्तकारों में किदवाई परिवार, सैदनपुर में बेगम हबीबुल्लाह की बाग, मिश्रा जी की देवा-बंकी में बड़ी बाग, रामनगर में राजा साहब की बड़ी बाग शामिल हैं। ये किसान आम के बाग में 5 साल की मेहनत से 50 साल तक लाभ कमा सकते हैं।


यकुति आम की कीमत और फसल

इस साल आम की फसल थोड़ी कम हुई है, लेकिन मुनाफा अधिक होने की उम्मीद है। यह रंग-बिरंगा आम 200 से 300 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। बाराबंकी में यकुति के अलावा दशहरी, लंगड़ा, चौसा, आम्रपाली सफेदा की भी अच्छी पैदावार होती है। यहां का आम्रपाली आम जुलाई और अगस्त तक मार्केट में मिलता है।


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