29 June 2024
सतनाम सिंह का बेटा हरविंदर सिंह गांव धम्मा, जिला कपूरथला का रहने वाला है। वह 14 एकड़ जमीन में धान और गेहूं की खेती करते हैं। उनके पास बी. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना से बीटेक (खाद्य विज्ञान)।
सीधी बुआई की शुरुआत:
- कृषि विज्ञान केंद्र कपूरथला से तकनीकी जानकारी प्राप्त करने के बाद 2022 में पहली बार टार वाटर विधि से धान की सीधी बुआई करने का इरादा है।
- धान की पीआर 121 किस्म की सीधी बुआई और प्रति एकड़ लगभग 29 क्विंटल उपज।
टार वातर विधि के लाभ:
- हरविंदर सिंह के अनुसार टार वाटर विधि से बुआई अधिक सफल होती है, जिससे पानी की बचत होती है तथा खरपतवार नियंत्रण आसान हो जाता है।
2023 में धान की सीधी बुआई पुनः टार वाटर विधि से की गई, जिससे प्रति एकड़ 30 क्विंटल की औसत उपज प्राप्त हुई।
विशेषज्ञों की एक टीम से सहायता:
- 2024 में कृषि विज्ञान केंद्र कपूरथला के विशेषज्ञों की एक टीम ने गांव धाम में धान की सीधी बुआई का एक कप लगाया।
- सीधी बुआई के प्रति किसानों की आशंकाएं दूर हुईं।
नवीनतम प्रयोग:
- 2024 में हरविंदर सिंह ने 5 एकड़ में सीधे धान की बुआई की।
- सीधी बुआई में सफलता के लिए स्टॉम्प/बंकर 30 ईसी (पेंडीमेथालिन) के उपयोग की सिफारिश की जाती है।
युवाओं के लिए प्रेरणा:
- हरविंदर सिंह से मार्गदर्शन लेकर गुरजिंदर सिंह ने भी पहली बार एक एकड़ में सीधे धान की बुआई की।
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