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17 July 2024
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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के अनुसार, टमाटर की कीमतें 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। बेंगलुरु स्थित एक संस्थान ने दो नई संकर किस्मों का विकास किया है जो भविष्य में कीमतों को स्थिर रख सकती हैं। इन संकर किस्मों की खासियत यह है कि वे 3 हफ्ते तक खराब नहीं होतीं, जो कि पारंपरिक 7-10 दिनों की तुलना में बहुत अधिक है। इससे अनियमित मौसम और भारी बारिश की स्थितियों में उत्पादन की स्थिरता में मदद मिल सकती है।


ICAR के महानिदेशक का विश्वास

ICAR के महानिदेशक ने बताया कि उन्होंने एक संकर किस्म विकसित की है जिसकी 'शेल्फ लाइफ' 3 हफ्ते है। वे बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन अक्सर मुख्य सब्जियों के उत्पादन को प्रभावित करते हैं, इसलिए इसके समर्थन में उतार-चढ़ाव कम करने के लिए फसल के खराब नहीं होने की समयावधि को बढ़ाई जा रही है।


अर्का रक्षक और अर्का अबेध किस्में

IIHR के वैज्ञानिकों के अनुसार, भारत का पहला ट्रिपल रोग प्रतिरोधी टमाटर एफ-1 हाइब्रिड अर्का रक्षक वर्तमान में 7,000 हेक्टेयर में उगाया जा रहा है। इसकी विशेषता है कि यह कई बीमारियों के लिए प्रतिरोधक है और इसे 2012-22 के दौरान 11 कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है।


टमाटर की खेती

भारत में टमाटर की खेती 8-10 लाख हेक्टेयर में होती है, लेकिन इन संकर किस्मों के कवरेज का सटीक डेटा अस्पष्ट है। यह सरकार पर निर्भर करता है कि वह इस नवाचार को बढ़ावा दे और उपभोक्ताओं को ऊंची कीमतों से निपटने में मदद करे।


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